Maharajganj

डिजिटल अरेस्ट होने से बचे चिकित्सक,पुलिस ने साइबर फ्रॉड से बचाया

 

 

महराजगंज टाइम्स ब्यूरो :- साइबर ठगी के बदलते पैतरे से आमजन आए दिन शिकार होकर खून पसीने की कमाई गवा रहे हैं। मोबाइल पर लिंक व परिवार के सदस्यो को किसी क्राइम से बचाने के नाम पर रकम एठने की तरकीब में लोगों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। डिजिटल अरेस्ट के ऐसे ही एक प्रकरण मे पुलिस की सूक्षबूझ व जागरुकता अभियान से जनपद के परतावल में एक चिकित्सक को फ्रॉड से बचाया गया। पुलिस अधीक्षक सोमेन्द्र मीना के निर्देशन में तथा नोडल अधिकारी साइबर क्राइम थाना अपर पुलिस अधीक्षक आतिश कुमार सिंह के पर्यवेक्षण में चलाये जा रहे जागरुकता अभियान में साइबर फ्रॉड से फर्जी दस्तावेज बनाने वाले के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए क्षेत्राधिकारी फरेन्दा अनिरुद्ध कुमार व साइबर थाना प्रभारी निरीक्षक सजनू यादव के नेतृत्व मे चलाये जा रहे अभियान  प्रचार प्रसार व जागरूकता के तहत फ्रॉड होने से बचाया गया । ठग डिजीटल अरेस्टर के नाम पर फर्जी CBI/ क्राइम ब्रान्च का अधिकारी बनकर काल करते हैं तथा जिसको काल करते है उनकी समस्त डिटेल पहले पता कर लेते हैं। ठग कॉलर को बताते हैं कि आपके पास बैंक में कितने खाते हैं इसके साथ ही परिवार की समस्त डिटले भी उन्हें पता रहती है। ठग खुद ही ठगी से बचाने के नाम पर पैसे की डिमाण्ड करते हैं।इसी क्रम में सोमवार को भवतोष चन्द्र पुत्र स्व0 नरेन्द्र नाथ निवासी ग्राम बेड़हाती थाना बाल्मिकी नगर जिला पश्चिमी चम्पारण राज्य बिहार 40 वर्ष से वार्ड नं0 10 नगर पंचायत परतावल में पेशे से आयुर्वेद के डाक्टर हैं।इन्हे चलाये जा रहे जागरुकता अभियान प्रचार प्रसार व जागरूकता के तहत फ्रॉड होने से बचाया गया।साइबर फ्रॉड में सालसाजो से फसे पीड़ितों में इस मुहिम के लिए पुलिस अधीक्षक को धन्यवाद पत्र भी ज्ञापित किया। पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र ने बताया कि अगर इस तरह की कोई काल आए तो पुलिस को सूचना दें।

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